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HBD सुनील छेत्री: कोच ने कहा कि आप टीम में रहने लायक नहीं हैं, आज सिर्फ रोनाल्डो-मेसी से पीछे

HBD Sunil Chhetri: The coach said that you are not fit to be in the team, today only behind Ronaldo-Messi

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का आज 38वां जन्मदिन है. क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और अली एमबीखौत के बाद छेत्री मौजूदा फुटबॉलरों में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले खिलाड़ी हैं।




भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री का आज जन्मदिन है। 3 अगस्त 1984 को तेलंगाना में जन्में सुनील छेत्री आज 38 साल के हो गए हैं। सुनील छेत्री ने अपने करियर में कई मुकाम हासिल किए हैं। वह भारत के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं। 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सुनील छेत्री ने अपने करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे। आज भले ही छेत्री भारतीय फ़ुटबॉल के स्टार हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्हें टीम के कोच द्वारा एक असफल खिलाड़ी भी कहा जाता था। आइए आपको बताते हैं फुटबॉल टीम के कप्तान के बारे में पांच बड़ी बातें।

1-सुनील छेत्री ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 118 मैचों में 74 गोल किए हैं। उनका लक्ष्य प्रति मैच औसत 0.63 है जो रोनाल्डो और मेसी से बेहतर है। रोनाल्डो के गोल प्रति मैच औसत 0.61 है, जबकि मेस्सी अर्जेंटीना के लिए प्रति मैच 0.5 गोल करता है। वैसे मौजूदा खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने के मामले में रोनाल्डो 109 गोल के साथ पहले नंबर पर हैं। यूएई के अली मबखौत और लियोनेल मेसी 76 गोल के साथ दूसरे और सुनील छेत्री तीसरे नंबर पर हैं।




2-सुनील छेत्री को यह खेल विरासत में मिला है। उनकी मां सुशीला छेत्री और उनकी दो जुड़वां बहनें अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी रही हैं। सुनील छेत्री की मां और उनकी बहनें नेपाल की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम की सदस्य रही हैं।

3-जब सुनील छेत्री वर्ष 2012 में पुर्तगाल के क्लब स्पोर्टिंग लिस्बन से जुड़े थे तो उस टीम के मुख्य कोच ने उनका अपमान किया था। सुनील छेत्री ने एक साक्षात्कार में बताया कि कोच ने उनकी क्षमता पर सवाल उठाया और उन्हें ए टीम से बी टीम में भेजने के लिए कहा। सुनील छेत्री 9 महीने तक क्लब से जुड़े रहे जिसमें उन्हें सिर्फ 5 मैच खेलने का मौका मिला। छेत्री 2010 में अमेरिका के कैनसस सिटी विजार्ड्स से भी जुड़े थे, हालांकि वह एक साल के भीतर भारत लौट आए।

4-सुनील छेत्री भारत के लिए 50 गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने और उन्होंने 6 बार ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन का प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड जीता है। सुनील छेत्री को यह सम्मान पहली बार साल 2007 में मिला था। इसके बाद वह 2011, 2013, 2014, 2017 और 2018-19 में एक बार फिल प्लेयर ऑफ द ईयर बने।




5-सुनील छेत्री के पिता सेना में थे, इसलिए वे देश के कई हिस्सों में रहे। सुनील छेत्री ने अपनी स्कूली शिक्षा गंगटोक में की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के आर्मी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की। उन्होंने कोलकाता में भी पढ़ाई की और 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी क्योंकि उसके बाद उनका फुटबॉल करियर चमक उठा था।

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