सूरत में मरीज इडली-सांभर की रेसिपी बताता रहा और डॉक्टरों ने दिमाग की जटिल सर्जरी कर दी.
विज्ञान बहुत आगे बढ़ रहा है। इससे जटिल से जटिल ऑपरेशन भी अब डॉक्टर बड़ी आसानी से कर रहे हैं। जिस तरह से डॉक्टर खतरनाक ब्रेन सर्जरी कर रहे हैं वो वाकई हैरान करने वाला है. सूरत में ग्लियोमा ट्यूमर का ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर लगातार मरीज से बात कर रहे हैं. सर्जरी के दौरान उनके दिमाग की भी जांच की जाती है कि उनकी समझने और बोलने की क्षमता सही है या नहीं। इस बीच मरीज को इडली-सांभर की रेसिपी भी पता चली।
ब्रेन ट्यूमर पाया गया
दीप्ति नीलेश पगडाल नाम की मरीज अपनी समस्या लेकर एक न्यूरोसर्जन के पास गई। जिसमें मरीज ने डॉक्टर को बताया कि पिछले दो-तीन महीने से लगातार दाहिने हाथ और पैर में सुन्नपन और झनझनाहट हो रही है. दो-तीन महीने से स्वभाव भी काफी चिड़चिड़ा हो गया है। इसके बाद मरीज का एमआरआई किया गया। मस्तिष्क में भाषण और समझ के केंद्र के बीच में एक ग्लियोमा ट्यूमर पाया गया। मरीज की हालत को देखते हुए ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि सर्जरी के जरिए ग्लियोमा ट्यूमर को हटाना पड़ा।
दिमाग का बायां हिस्सा शरीर पर हावी होता है
ज्यादातर लोगों में दिमाग का बायां हिस्सा हावी होता है। अगर इस तरह की सर्जरी पूरी तरह बेहोशी की हालत में की जाए तो मरीज को काफी तकलीफ हो सकती है। ऐसे में रोगी की सुनने, बोलने और याद रखने की क्षमता पर इसका हल्का प्रभाव पड़ सकता है। ज्यादातर मामलों में ब्रेन सर्जरी के दौरान मरीज पूरी तरह से बेहोश हो जाता है।
जागते समय मस्तिष्क की सर्जरी चुनौतीपूर्ण होती है
ब्रेन ट्यूमर टाइप सर्जरी यदि जाग्रत अवस्था में की जाती है तो डॉक्टर के सामने कई चुनौतियाँ खड़ी हो जाती हैं, लेकिन आधुनिक पद्धति के अनुसार डॉक्टर स्वयं इस चुनौती को स्वीकार कर जागृत अवस्था में सर्जरी करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि रोगी पक्षाघात से पीड़ित न हो या कोई अन्य समस्या। जाग्रत अवस्था में रोगी डॉक्टर से सीधा संवाद भी कर सकता है और डॉक्टरों की टीम उसके साथ-साथ दिमाग के हिस्से का भी ऑपरेशन करती रहती है।
मरीज के साथ डॉक्टर की बातचीत
न्यूरोसर्जन डॉक्टर मेहुल बलधा और मरीज दीप्ति ब्रेन से ग्लियोमा ट्यूमर निकालते हुए इडली-सांभर की रेसिपी पूछते हैं। किसी को आश्चर्य हो सकता है कि जब इतनी गंभीर सर्जरी हो रही हो और वह भी ब्रेन की सर्जरी चल रही हो और डॉक्टर इडली-सांभर की रेसिपी पूछ रहा हो तो स्वाभाविक रूप से कुछ आश्चर्य होता है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि एक तरफ गंभीर सर्जरी चल रही है और दूसरी तरफ मरीज दीप्ति इडली-सांभर के सहारे डॉक्टर को पूरी रेसिपी समझा रही है. यह चिकित्सा के क्षेत्र में उन्नत तकनीक के कारण संभव हो रहा है।