जम्मू-कश्मीर: सावधान! ड्रोन और स्टिकी बम के बाद अब परफ्यूम आईईडी सुरक्षाबलों के लिए एक नई चुनौती है
ध्यान कभी भी सड़क पर, पार्क या किसी अन्य स्थान पर लावारिस पड़ी परफ्यूम डियो या रूम फ्रेशनर की बोतल को न उठाएं। सुगंध की जगह बारूद की गंध फैलाने में जरा सी लापरवाही कई लोगों की जान ले सकती है। आमतौर पर परफ्यूम की तरह दिखने वाली बोतल आईईडी हो सकती है।
जम्मू, स्टेट ब्यूरोः ध्यान दें! सड़क पर, पार्क में या किसी अन्य स्थान पर लावारिस पड़ी परफ्यूम, डियो या रूम फ्रेशनर की बोतल कभी न उठाएं। सुगंध की जगह बारूद की गंध फैलाने में जरा सी लापरवाही कई लोगों की जान ले सकती है। यानी आमतौर पर परफ्यूम की तरह दिखने वाली बोतल आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) हो सकती है। जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी अब इसका इस्तेमाल निर्दोष लोगों को मारने के लिए कर रहे हैं। ड्रोन और स्टिकी बम के बाद अब परफ्यूम आईईडी एक नई चुनौती बनकर सामने आया है. इसे देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं।
ड्रोन और स्टिकी बम के बाद अब परफ्यूम IED
पाकिस्तान में बैठे आतंकी नेता समय-समय पर हिंसा फैलाने के लिए अपनी गतिविधियों के तौर-तरीके बदलते रहते हैं। आतंकियों ने कभी खिलौने, प्रेशर कुकर, टिफिन, पेन, रेडियो तो कभी मोबाइल फोन, लैपटॉप को आईईडी के तौर पर इस्तेमाल किया है, लेकिन जम्मू में नरवाल ब्लास्ट के सिलसिले में गिरफ्तार लश्कर के आतंकी आरिफ के पास से बरामद परफ्यूम आईईडी पहली बार बरामद हुआ है. . जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के लिए यह तीसरी नई चुनौती है। इससे पहले आतंकियों द्वारा चिपचिपे बमों का इस्तेमाल और सीमा पार से ड्रोन से गिराए जा रहे हथियार और नशीले पदार्थ बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
कराची में छिपे कासिम दीन के ठिकाने का पता लगाया जा रहा है।
वहीं, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या जम्मू-कश्मीर में हुए आईईडी धमाकों में परफ्यूम आईईडी का इस्तेमाल किया गया था। साथ ही पाकिस्तान के कराची में छिपे आतंकी आरिफ के आका कासिम दीन के बारे में पूरी जानकारी जुटाकर जम्मू-कश्मीर में उसके संपर्क सूत्रों का पता लगाया जा रहा है.