जया एकादशी 2023: जया एकादशी टुडे, क्नोव मुहूर्त, पूजा रिचुअल एंड क्रैडल टाइम
जया एकादशी 2023: हिंदू धर्म में एकादशी सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में से एक है। यह तिथि भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इस बार 1 फरवरी को जया एकादशी पर चार योग बन रहे हैं। इस दिन दान करने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।
जया एकादशी व्रत महा मास में आने वाली एकादशी के दिन मनाया जाता है। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इस बार जया एकादशी 31 जनवरी को दोपहर 12:08 बजे से शुरू हो रही है और 1 फरवरी दोपहर 02:16 बजे तक रहेगी। यह व्रत पारणा बरश के दिन किया जाता है। इस कारण 2 फरवरी को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक पालना की जा सकती है। एकादशी हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण तिथियों में से एक है।
यह तिथि भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। इस बार 1 फरवरी को जया एकादशी पर चार योग बन रहे हैं। 1 फरवरी को ग्रह और नक्षत्र से इंद्र और अमृत योग बन रहा है। बृहस्पति ग्रह की बात करें तो गुरु मीन राशि में रहेगा, जिससे हंस नाम का महापुरुष योग बन रहा है। तिथि, वार और नक्षत्र सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं। इन चार योगों के कारण जया एकादशी व्रत का पुण्य बढ़ रहा है। इस दिन दान करने से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।
जया एकादशी की तिथि- 1 फरवरी 2023
मुहूर्त
एकादशी तिथि प्रारंभ – 31 जनवरी 2023 को दोपहर 12:08 बजे
एकादशी तिथि समाप्त- 1 फरवरी 2023 को दोपहर 02 बजकर 16 मिनट पर
पारण (व्रत तोड़ने का समय) – 2 फरवरी 2023 को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक
परना दिवस पर बारास बंद होने का समय- शाम 04:41 बजे
एकादशी व्रत का महत्व
इस दिन पूजा के समय जया एकादशी व्रत की कथा सुननी चाहिए।
इस व्रत को करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है।
इस व्रत को करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी का व्रत करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
जया एकादशी व्रत करने और भगवान विष्णु की पूजा करने से राक्षस योनि से मुक्ति मिलती है।
राहुकाल में शुभ कार्य न करें
जया एकादशी व्रत के दिन राहु काल दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से दोपहर 01 बजकर 56 मिनट तक रहेगा। राहुकाल में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है और कोई यात्रा शुरू नहीं की जाती है।