किसानों के लिए बड़ी खबर: बिजली के लिए सरकार का बड़ा ऐलान
गुजरात सरकार का किसानों के लिए बड़ा फैसला: नए साल में खत्म होगी गुजरात के किसानों की परेशानियां, रात में खेतों में काम पर जाने के मामले अब इतिहास बन जाएंगे.
आज विधानसभा सत्र का 13वां दिन है. जिसमें वित्त, ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल, जल संसाधन, जलापूर्ति एवं सहकारिता विभागों के मुद्दों पर चर्चा होगी. लिहाजा, आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है. उधर, कांग्रेस ने सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा के लिए विपक्ष की बैठक बुलाई। इस विधानसभा सत्र में किसानों की समस्या पर कई बार चर्चा हुई. आज विधानसभा में सरकार ने किसानों के हित में बड़ा ऐलान किया है. ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई ने सदन में घोषणा की कि अगले दो साल तक राज्य में किसानों को दिन में बिजली दी जा सकती है. अगले दो साल में किसानों को दिन में बिजली मिलेगी।
यह खबर गुजरात के उन किसानों के लिए राहत की खबर है जो इस समय तरह-तरह की मुश्किलों के बीच जी रहे हैं। मावठा की मार के बीच अब किसानों को एक अच्छी खबर मिली है। आज गुजरात विधानसभा में ऊर्जा मंत्री कानू देसाई ने कहा कि मौजूदा फीडरों में दिन में बिजली की क्षमता कम है. इसलिए किसानों को दिन में कृषि के लिए बिजली उपलब्ध कराने के लिए 1590 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है। लिहाजा, अगले दो साल में किसानों को दिन में बिजली मिलेगी।
यह सवाल कांग्रेस विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने किसानों की बिजली समस्या को लेकर पूछा। जिसके जवाब में सरकार के ऊर्जा मंत्री ने यह घोषणा की।
रात में जंगली जानवरों का डर रहता है
जिले के कुछ गांवों में किसानों को रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक बिजली दी जाती है ताकि जिन किसानों को दिन में पानी नहीं मिलता उन्हें रात में खेतों में सिंचाई के लिए जाना पड़ता है. इस समय गर्मी की फसल का सीजन चल रहा है। किसानों ने अरंडी, बाजरा, गेहूं, धसचरा समेत सब्जियों समेत कई फसलों की बुआई की है। वर्तमान में जब इन फसलों को पानी देने की आवश्यकता होती है तो रात के समय सिंचाई करनी पड़ती है और सिंचाई करने वाले किसानों को जंगली जानवरों का डर सताता है। रात के समय किसानों को बिजली मिलती है, रात के समय किसान अकेले खेत में भी नहीं जा सकते, किसान गिरोह बनाकर एक-एक करके खेत की सिंचाई करते हैं। अब तक किसानों के साथ कई घटनाएं हो चुकी हैं, आए दिन जंगली जानवर किसानों को परेशान कर देते हैं। वर्तमान में किसानों की एक ही मांग है कि दिन में बिजली दी जाए ताकि वे दिन में सिंचाई कर सकें।j