सूरत वराछा में जमीन से फूटा मिट्टी का 'ज्वालामुखी', सड़कें और मकान हुए दुरुस्त, 3 फीट ऊंचे वॉशबेसिन से भी निकला कीचड़
हीराबाग सर्कल के पास सूरत के विठ्ठलनगर समाज में आश्चर्यजनक दृश्य सामने आया है, जिसने पूरे शहर में बहस छेड़ दी है। विठ्ठलनगर समाज में एक ही घर के नल से पानी की जगह कीचड़ निकलने लगा। मिट्टी का स्तर अचानक बढ़ने से पूरे समाज के निवासी चिंतित हैं।
मानसून के बिना समाज में कीचड़ धंसना
आमतौर पर बरसात के मौसम में हमें जलभराव के कारण सोसायटियों में कीचड़ धंसना देखने को मिलता है, लेकिन सूरत में हीराबाग सर्कल के पास विठ्ठलनगर सोसाइटी में जो नजारा देखने को मिला उसने सभी को हैरान कर दिया. सोसायटी के घरों में जहां पानी के पाइप लगे थे, वहां पानी की जगह कीचड़ निकलने लगा। जमीनी स्तर से अचानक भारी मात्रा में मिट्टी ऊपर उठने से लोग दहशत में आ गए। इस दृश्य को देखकर हर कोई हैरान है.
मिट्टी को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक ईंट की बाड़ लगाई गई थी
विठ्ठलनगर समाज के लोगों की हालत गंभीर हो गई है। मेट्रो के संचालन के दौरान सोसायटी को मिट्टी से पट दिया गया है. समाज में गंदगी लौट आई है। मिट्टी घर में न घुसे इसके लिए लोगों ने ईंटों का बैरियर लगा रखा है।
सीवर और पानी की लाइनों से कीचड़ निकला
अचानक समाज में कीचड़ बनने लगा। समाज की सड़कों पर कीचड़ लौट आया है। इसके चलते रहवासी सोसायटी से बाहर नहीं जा सकते थे। सिर्फ सोसायटी की सड़कें ही नहीं, बल्कि घर में सीवेज लाइन या पानी की निकासी की लाइन में भी कीचड आ रही है। कुछ घरों में मिट्टी की परतें जमा हो रही हैं, जिससे विठ्ठलनगर समाज के निवासियों की हालत दयनीय हो गई है.
मेट्रो के काम के कारण स्थिति
पूरे शहर में मेट्रो ट्रेन का प्रोजेक्ट चल रहा है। हीराबाग सर्कल के आसपास मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट भी चल रहा है। जिन सोसायटियों में पानी की लाइनों से अचानक कीचड़ निकलना शुरू हो गया है, उसके पीछे का कारण मेट्रो का काम पाया गया है। मेट्रो लाइन की खुदाई के दौरान डैमेज होने के कारण पानी की लाइन से कीचड़ निकलते देखा गया है।