आंखों की रोशनी से वंचित रूम हीटर: तापमान ज्यादा रहा तो आग का खतरा, रहें सावधान, नहीं तो सांस लेना होगा मुश्किल
देशभर में कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो गया है। दिल्ली पिछले 2 दिनों से कोहरे की चादर में ढकी हुई है. उत्तर प्रदेश और बिहार में भी यही स्थिति है। पहाड़ों में बर्फबारी भी हो रही है, जिससे लोग ठंड से दूर रहने के लिए ऊनी कपड़ों और जैकेट के अलावा रूम हीटर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. जानकारों के मुताबिक चूल्हा, रूम हीटर या अंगीठी जलाने से आपको ठंड से तो राहत मिल सकती है, लेकिन यह आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।
आज काम की खबरों में हम रूम-हीटर्स के बारे में बात करेंगे
कहानी के विशेषज्ञ हैं दिल्ली के मैक्स अस्पताल के सहायक चिकित्सक कुमार राहुल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी यानी केजीएमयू। डॉ. सारिका गुप्ता, केजीएमयू। डॉ हिमांशु और मणिपाल अस्पताल, नई दिल्ली के वरिष्ठ सलाहकार। पुनीत खन्ना.
सवाल- हीटर कितने प्रकार के होते हैं?
जवाब- बाजार में कई तरह के हीटर मौजूद हैं.
चुल्लो- यह एक पारंपरिक हीटर है, जिसे मिट्टी और लोहे की छड़ों की मदद से बनाया जाता है। आजकल लोग मिट्टी की जगह लोहे की छड़ों से बने चूल्हे का प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें घर को गर्म रखने के लिए कोयला या लकड़ी मिलाई जा सकती है।
फैन हीटर- यह हीटिंग के संवहन मोड का उपयोग करता है। पंखे के हीटर की मदद से कमरे को बहुत जल्दी गर्म किया जा सकता है।
क्वार्ट्ज हीटर- यह हीटर रेडिएशन तकनीक का इस्तेमाल कर कमरे को गर्म करता है। छोटे कमरों को गर्म रखने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
तेल भरा रूम हीटर- ये हीटर तेल से भरे होते हैं। हीटर चालू करें और जैसे ही तेल गर्म होता है, यह धीरे-धीरे आपके कमरे को गर्म कर देता है। इससे कमरा देर तक गर्म रहता है।
इलेक्ट्रिक हॉट जेल बैग- ज्यादातर लोग ठंड के मौसम में गर्म जेल बैग का इस्तेमाल करते हैं। यह एक चौकोर आकार की बोतल होती है, जिसमें द्रव भरा होता है। आपको इसे एक इलेक्ट्रिक बोर्ड में प्लग करना होगा और इसे बिजली से जोड़ना होगा और जैसे ही तरल गर्म होता है, कमरे का तापमान भी गर्म हो जाता है।
सवाल- हीटर या स्टोव जैसी चीजों के इस्तेमाल से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?
जवाब- इसके लिए नीचे दिए गए ग्राफिक्स को पढ़ें और दूसरों को भी शेयर करें।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सारिका गुप्ता के मुताबिक, बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है
जबकि घर में वयस्क हीटर के कारण त्वचा की समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं, बच्चों को भी अधिक जोखिम होता है। हीटर के कारण भी शिशुओं की नाक से खून आ सकता है।
अब उपरोक्त ग्राफ़िक में बिंदुओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं-
ऑक्सीजन की कमी – अगर कमरा बंद कर दिया जाए और हीटर चालू कर दिया जाए तो कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण लोग गंभीर मामलों में बेहोश हो सकते हैं या मर भी सकते हैं।
श्वसन रोग- ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्थमा या एलर्जी की समस्या हो सकती है।