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विवाह पंचमी 2022: सर्वार्थसिद्धि योग इस हप्पेनिंग टुडे ों विवाह पंचमी, इन व्हिच सक्सेस विल बे फाउंड इन एव्री वर्क दोने.

विवाह पंचमी 2022: आज विवाह पंचमी पर सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है, जिसमें किए गए हर काम में सफलता मिलेगी।


आज नु पंचांग, ​​28 नवंबर 2022: आज सोमवार मागासर मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. इसी दिन विवाह पंचमी भी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। आज पंचमन तिथि दोपहर 13 बजकर 37 मिनट तक रहेगी। इसके बाद छठा दिन शुरू होगा। रात 10 बजकर 29 मिनट तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। सूर्योदय सुबह 6.53 बजे और सूर्यास्त शाम 5.23 बजे होगा। चंद्रोदय 11 बजकर 22 मिनट पर होगा जबकि चंद्रास्त 21 बजकर 56 मिनट पर होगा।

शुभ और अशुभ मुहूर्त और राहुकाल


आज अशुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट से 1 बजकर 11 मिनट तक और दोपहर 2 बजकर 35 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। दोपहर 2 बजकर 35 मिनट से 3 बजकर 17 मिनट तक कुलिक योग रहेगा। कंटक योग का समय आज सुबह 8 बजकर 59 मिनट से 9 बजकर 41 मिनट तक है. कालवेला/अर्ध्यम आज सुबह 10 बजकर 23 मिनट से 11 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। यमघण्टा योग सुबह 11 बजकर 47 मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक और यमगंड योग सुबह 10 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। आज राहुकाल का समय सुबह 8 बजकर 12 मिनट से 9 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। आज के दिन पूर्व दिशा में यात्रा करना शूल माना जाता है। इन सभी मुहूर्त और राहुकाल में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

आज वृद्धि नामक शुभ योग शाम 6.04 बजे तक रहेगा। आज सुबह 10 बजकर 29 मिनट से अगले दिन सूर्योदय तक सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। अभिजित मुहूर्त आज सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। आज विवाह पंचमी के दिन पड़ने वाले इस वृष्टि योग और सर्वार्थसिद्धि योग में सभी प्रकार के शुभ और धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं।


आज की तिमाही

आज के पंचांग के अनुसार अमृत के चार दिन सूर्योदय के समय सुबह 6 बजकर 53 मिनट से 8 बजकर 12 मिनट तक रहेंगे। सुबह 9.31 से 10.50 बजे तक चार दिन शुभ मुहूर्त रहेगा। दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से शाम 5 बजकर 24 मिनट तक क्रमश: चर, लाभ और अमृता पखवाड़ा रहेगा।

आज इन पखवाड़ों में राहुकाल का त्याग कर सभी शुभ कार्य किए जा सकते हैं। इस प्रकार यहां दिए गए शुभ मुहूर्त के अनुसार आज विवाह के पांचवें दिन भगवान राम और माता सीता की पूजा की जा सकती है।

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