उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड में पाकिस्तान के बाद अब खुला गुजरात कनेक्शन, स्थानीय एजेंसियां सक्रिय
उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड
उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड में अहमदाबाद तक कनेक्शन बढ़ा दिया गया है। आरोपी का पाकिस्तान से संबंध खुलने के बाद अब अहमदाबाद से भी संबंध खुल गए हैं। कन्हैयालाल के हत्यारों के मोबाइल फोन से अहमदाबाद के सरखेज युवकों के नंबर मिले हैं। सरखेज युवकों की संख्या मिलने के बाद स्थानीय एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं।
उदयपुर हत्याकांड में सरखेज युवकों की संलिप्तता की जांच शुरू कर दी गई है। इन युवकों की मानसिकता की भी जांच शुरू कर दी गई है। गुजरात पुलिस निकट भविष्य में इस मामले का खुलासा कर सकती है। एनआईए समेत कई सुरक्षा एजेंसियां उदयपुर हत्याकांड की जांच कर रही हैं। इस मामले में अब तक चार आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उनके फोन और इंटरनेट प्रोटोकॉल डिटेल रिकॉर्ड चेक किए जा रहे हैं। ताकि यह पता चल सके कि कराची स्थित दावत-ए-इस्लामी धार्मिक समूह द्वारा कोई कट्टरपंथी कार्यक्रम चलाया जा रहा है या नहीं, उनका क्या संबंध है। एजेंसियों के मुताबिक चार एआरपी में से एक जेईआई से जुड़ा था।
उदयपुर के दो मौलवियों, रियासत हुसैन और अब्दुल रज्जाक ने, हत्या के आरोपी मोहम्मद गॉस को दावत-ए-इस्लामी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान भेजा।
वसीम अटारी और अख्तर रजा गॉस के साथ पाकिस्तान गए थे। तीनों फिलहाल एनआईए की हिरासत में हैं। सूत्रों के मुताबिक साजिश में दो मौलाना और दो वकील भी शामिल हैं और उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. पता चला है कि आरोपी की एक बैठक हुई थी जिसमें रियाज अटारी ने टेलर कन्हैयालाल की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.