जानवरों को कोरोना से बचाने के लिए भारत में वैक्सीन लॉन्च, ली जाएगी एनोकोवैक्स वैक्सीन
मनुष्यों के बाद अब जानवरों के लिए भी कोरोना वायरस का खतरा कम होगा। इसको लेकर भारत में वैक्सीन लॉन्च कर दी गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जानवरों के लिए विकसित देश का पहला COVID वैक्सीन, एनोकोवैक्स लॉन्च किया है।
कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है। कई राज्यों में स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। आए दिन नए मामलों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। लेकिन इन सबके बीच एक राहत की खबर भी सामने आई है. दरअसल, भारत में जानवरों में कोरोना से बचाव के लिए एक वैक्सीन लॉन्च कर दी गई है। यानी अब वैक्सीन के जरिए जानवरों में भी कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है. दरअसल पिछले कुछ समय से जानवरों में तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने की खबर ने चिंता बढ़ा दी है. अब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जानवरों के लिए विकसित देश का पहला एंटी-कोविड वैक्सीन ‘एनोकोवैक्स’ जारी किया है।
कोरोना वायरस का खतरा अभी टला नहीं है। कई राज्यों में स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। आए दिन नए मामलों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। लेकिन इन सबके बीच एक राहत की खबर भी सामने आई है. दरअसल, भारत में जानवरों में कोरोना से बचाव के लिए एक वैक्सीन लॉन्च कर दी गई है। यानी अब वैक्सीन के जरिए जानवरों में भी कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है. दरअसल पिछले कुछ समय से जानवरों में तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने की खबर ने चिंता बढ़ा दी है. अब केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जानवरों के लिए विकसित देश का पहला एंटी-कोविड वैक्सीन ‘एनोकोवैक्स’ जारी किया है।
टीका कहाँ विकसित किया गया है?
जानवरों को कोरोना से बचाने के लिए इस वैक्सीन को दिल्ली से सटे राज्य हरियाणा में विकसित किया गया है। इस वैक्सीन को विकसित करने में हरियाणा के आईसीएआर-नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्विन्स (एनआरसी) ने अहम भूमिका निभाई है।
डेल्टा और ओमाइक्रोन दोनों प्रकारों पर प्रभावी
आईसीएआर ने कहा कि एनोकोवैक्स जानवरों के लिए एक निष्क्रिय सार्स-कोव-2 डेल्टा (कोविड-19) वैक्सीन है और एनोकोवैक्स से प्रतिरक्षा SARS-CoV-2 के डेल्टा और ओमाइक्रोन दोनों रूपों को बेअसर करती है।
डेल्टा और ओमाइक्रोन दोनों प्रकारों पर प्रभावी
आईसीएआर ने कहा कि एनोकोवैक्स जानवरों के लिए एक निष्क्रिय सार्स-कोव-2 डेल्टा (कोविड-19) वैक्सीन है और एनोकोवैक्स से प्रतिरक्षा SARS-CoV-2 के डेल्टा और ओमाइक्रोन दोनों रूपों को बेअसर करती है।
इन जानवरों के लिए सबसे सुरक्षित
ICSR के अनुसार, वैक्सीन में निष्क्रिय SARS-Cov-2 (डेल्टा) एंटीजन होते हैं। इसमें सहायक के रूप में एलहाइड्रोजेल होता है। ऐसे में जिन जानवरों को इस टीके के लिए सुरक्षित माना जाता है उनमें कुत्ते, शेर, तेंदुए, चूहे और खरगोश शामिल हैं।
एलिसा किट एंटीबॉडी का पता लगाएगी
कृषि मंत्री ने कोरोना वैक्सीन के अलावा कुत्तों में SARS-Cov-2 के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए Can-Cov-2 ELISA किट भी लॉन्च की। यह किट विशेष रूप से एक न्यूक्लियोकैप्सिड प्रोटीन आधारित एलिसा किट है।
इस किट को भी भारत में ही बनाया गया है। इसके लिए पेटेंट फाइल किया गया है। आपको बता दें कि आईसीएआर देश का प्रमुख कृषि अनुसंधान संस्थान है जो केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधीन काम करता है।