Mangla Gauri Vrat 2022: Udyapan Mangla Gauri Vrat in this way, wish will be fulfilled
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सावन मंगला गौरी व्रत 2022: पुराणों के अनुसार श्रावण मास भगवान शिव और पार्वती को बहुत प्रिय है। इसलिए मंगला गौरी व्रत केवल श्रावण मास के मंगलवार को ही मनाया जाता है।
सावन मंगला गौरी व्रत 2022 उद्यान: मंगला गौरी व्रत सावन के मंगलवार को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने से दांपत्य जीवन से जुड़ी परेशानियां खत्म हो जाती हैं और संतान सुख की प्राप्ति होती है. इस साल सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को पड़ रहा है. मंगला गौरी व्रत का उद्यान सावन मास के शुक्ल पक्ष में किया जाता है. इस साल सावन में 4 मंगलवार हैं, जो बहुत ही शुभ संयोग माना जाता है।
विवाहित लोगों के लिए यह व्रत बहुत ही शुभ माना जाता है। इस व्रत में 16 मंगलवार के बाद 17 मंगलवार को या 20 मंगलवार के बाद 21 मंगलवार को उद्यापन किया जाता है। उद्यापन के बिना मंगला गौरी का व्रत निष्फल होता है।
मंगला गौरी पूजा व्रत उद्यान विधि
सोलह या बीस मंगलवार का व्रत करने के बाद मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत का उद्यापन करें।